Italian Unification (इटली का एकीकरण)
Italian Unification (इटली का एकीकरण) एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रक्रिया थी जो 19वीं सदी के दौरान हुई। इसे "Risorgimento" भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य था इटली के विभिन्न छोटे-छोटे राज्यों और रियासतों को एकजुट कर एक स्वतंत्र और संगठित राष्ट्र-राज्य का गठन करना। इसका पूरा विवरण निम्नलिखित है:
पृष्ठभूमि
18वीं और 19वीं सदी के दौरान, इटली विभाजित था और उस पर विभिन्न विदेशी शक्तियों का नियंत्रण था:
- उत्तरी इटली का अधिकांश भाग ऑस्ट्रियाई साम्राज्य के अधीन था।
- मध्य इटली में पोप के नियंत्रण वाला पापल राज्य था।
- दक्षिणी इटली और सिसिली पर बोर्बोन वंश का शासन था।
- सार्डिनिया साम्राज्य (सार्डिनिया और पीडमोंट) एक स्वतंत्र राज्य था।
प्रमुख घटनाएँ
नेपोलियन युद्ध और वियना की संधि (1815):
- नेपोलियन बोनापार्ट की हार के बाद वियना की संधि ने इटली को फिर से विभाजित कर दिया। ऑस्ट्रिया ने उत्तरी इटली के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया।
1830 और 1848 की क्रांतियाँ:
- पूरे यूरोप में स्वतंत्रता और लोकतंत्र की मांग बढ़ रही थी। इटली में भी कई विद्रोह हुए, लेकिन वे असफल रहे।
काउंट कैमिलो कैवौर और सार्डिनिया साम्राज्य:
- कैमिलो बेंसो, काउंट ऑफ कैवौर सार्डिनिया के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने इटली को एकजुट करने के लिए राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास किए।
- 1858 में, कैवौर ने फ्रांस के सम्राट नेपोलियन III के साथ एक गुप्त समझौता किया, जिसमें फ्रांस ने ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध में मदद का वादा किया।
ऑस्ट्रिया के साथ युद्ध (1859):
- फ्रांस और सार्डिनिया ने मिलकर ऑस्ट्रिया को हराया। इसके परिणामस्वरूप लोम्बार्डी को सार्डिनिया में मिला लिया गया।
जियुसेपे गैरीबाल्डी और दक्षिणी इटली:
- 1860 में, जियुसेपे गैरीबाल्डी ने अपनी सेना "रेड शर्ट्स" के साथ सिसिली और नेपल्स पर कब्जा कर लिया। उन्होंने इसे सार्डिनिया के राजा विक्टर इमैनुएल II को सौंप दिया।
इतालवी साम्राज्य की घोषणा (1861):
- 17 मार्च 1861 को, विक्टर इमैनुएल II को इटली का राजा घोषित किया गया। यह इटली के अधिकांश हिस्से का एकीकरण था, हालांकि वेनिस और रोम अभी भी एकीकृत नहीं हुए थे।
वेनिस और रोम का एकीकरण:
- 1866 में, ऑस्ट्रिया-प्रशिया युद्ध के दौरान, प्रशिया की जीत के बाद इटली को वेनिस मिल गया।
- 1870 में, फ्रेंको-प्रशिया युद्ध के दौरान फ्रांस की हार के बाद, इटली ने रोम पर कब्जा कर लिया और इसे अपनी राजधानी बना लिया।
परिणाम
- इटली एक एकीकृत राष्ट्र बन गया, लेकिन उसे आंतरिक सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा।
- यह प्रक्रिया पूरे यूरोप में राष्ट्रवाद और स्वतंत्रता आंदोलनों को प्रेरित करने वाली एक महत्वपूर्ण घटना बन गई।
1. मुख्य व्यक्तित्व
काउंट कैमिलो कैवौर (Camillo Benso, Count of Cavour)
- भूमिका: पीडमोंट-सार्डिनिया के प्रधानमंत्री, जिन्होंने इटली के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- रणनीति: कैवौर ने कूटनीतिक तरीकों से इटली के विभिन्न राज्यों को एकजुट किया। उन्होंने नेपोलियन III के साथ समझौता किया, जो ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध में सहायक साबित हुआ।
- कूटनीति: कैवौर ने राजनयिक वार्ता और आधुनिक सुधारों के माध्यम से इटली के उत्तरी हिस्सों को एकजुट किया।
जियुसेपे गैरीबाल्डी (Giuseppe Garibaldi)
- भूमिका: एक क्रांतिकारी नेता, जिन्होंने दक्षिणी इटली और सिसिली को एकीकृत किया।
- रेड शर्ट्स: उनकी सेना, जिसे रेड शर्ट्स के नाम से जाना जाता था, ने 1860 में "एक्सपेडिशन ऑफ द थाउजेंड" अभियान के तहत नेपल्स और सिसिली पर कब्जा किया।
- विजय: गैरीबाल्डी ने अपनी विजय के बाद इसे पीडमोंट-सार्डिनिया के राजा विक्टर इमैनुएल II को सौंप दिया।
विक्टर इमैनुएल II (Victor Emmanuel II)
- भूमिका: पीडमोंट-सार्डिनिया के राजा और बाद में इटली के पहले राजा।
- उपलब्धि: उन्होंने 1861 में इतालवी साम्राज्य की स्थापना की और एक एकीकृत इटली के पहले राजा बने।
- संसदीय सरकार: उन्होंने एक संवैधानिक मोनार्की की स्थापना की।
2. महत्वपूर्ण युद्ध
ऑस्ट्रिया-इटली युद्ध (1859)
- पृष्ठभूमि: कैवौर ने फ्रांस के साथ मिलकर ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध छेड़ा।
- परिणाम: इस युद्ध के बाद, लोम्बार्डी को पीडमोंट-सार्डिनिया में मिला लिया गया।
फ्रांस-प्रशिया युद्ध (1870)
- पृष्ठभूमि: फ्रांस-प्रशिया युद्ध के दौरान, नेपोलियन III की हार के कारण फ्रांसीसी सेना रोम से हट गई।
- परिणाम: इटली ने रोम पर कब्जा कर लिया, जिससे पूरी तरह से एकीकृत इटली का गठन हुआ।
3. राजनीतिक और कूटनीतिक रणनीतियाँ
- कैवौर की कूटनीति: उन्होंने अपने राज्य को आधुनिक बनाने के लिए सुधार किए और अन्य यूरोपीय शक्तियों के साथ गठबंधन बनाया।
- गैरीबाल्डी की सैन्य रणनीति: गैरीबाल्डी ने लोकप्रिय समर्थन के माध्यम से दक्षिणी राज्यों को जीता।
- पॉपुलर मूवमेंट्स: राष्ट्रीयतावादी आंदोलन और लोकप्रिय विद्रोह भी एकीकरण की प्रक्रिया में सहायक रहे।
4. सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
- विविधता: इटली के विभिन्न क्षेत्रों में सांस्कृतिक और आर्थिक भिन्नता थी, जिसे एकीकृत करना चुनौतीपूर्ण था।
- आर्थिक सुधार: एकीकरण के बाद, इटली में औद्योगिकरण और आर्थिक विकास की प्रक्रिया तेज हुई, हालांकि दक्षिणी इटली अपेक्षाकृत पिछड़ा रहा।
- सामाजिक संघर्ष: क्षेत्रीय विभाजन, खासकर उत्तर और दक्षिण के बीच, एकीकरण के बाद भी जारी रहे।
5. वेनिस और रोम का एकीकरण
- वेनिस (1866): ऑस्ट्रिया-प्रशिया युद्ध के बाद इटली को वेनिस मिल गया।
- रोम (1870): फ्रांसीसी सेना की वापसी के बाद इटली ने रोम पर कब्जा कर लिया, और यह इटली की राजधानी बन गई।
रोचक तथ्य
गैरीबाल्डी की वफादारी:
- जियुसेपे गैरीबाल्डी ने दक्षिणी इटली को जीतने के बाद इसे पीडमोंट-सार्डिनिया के राजा को सौंप दिया, हालांकि उनके पास खुद सत्ता में आने का मौका था। यह उनके इटली के प्रति समर्पण को दिखाता है।
कैवौर का चतुर गठबंधन:
- कैमिलो कैवौर ने एक कूटनीतिक चाल के तहत फ्रांस के साथ एक गुप्त समझौता किया ताकि ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध में समर्थन मिल सके। हालांकि, युद्ध के बाद फ्रांस ने भी इटली के कुछ क्षेत्रों पर अधिकार जमा लिया था।
इटली का राष्ट्रगान:
- इटली का राष्ट्रगान "Il Canto degli Italiani" है, जिसे 1847 में लिखा गया था, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर 1946 में अपनाया गया, यानी एकीकरण के लगभग 85 साल बाद।
पोप का विरोध:
- इटली के एकीकरण के बाद पोप ने रोम के कब्जे का विरोध किया और 1929 तक वेटिकन सिटी का स्वतंत्र राज्य नहीं बना। यह एक लंबे समय तक विवादित मुद्दा रहा।
दक्षिणी और उत्तरी इटली का अंतर:
- एकीकरण के बाद भी दक्षिणी इटली और उत्तरी इटली के बीच आर्थिक और सामाजिक असमानताएँ बनी रहीं। उत्तर अधिक औद्योगिक और समृद्ध था, जबकि दक्षिण कृषि प्रधान और अपेक्षाकृत पिछड़ा हुआ था।
निष्कर्ष
एकीकरण की जटिलता:
- इटली का एकीकरण सिर्फ सैन्य और कूटनीतिक संघर्षों का परिणाम नहीं था, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक पहलुओं का भी एक जटिल मिश्रण था।
राष्ट्रीय पहचान:
- इटली के विभिन्न हिस्सों के बीच गहरी सांस्कृतिक भिन्नताएँ थीं। एकीकरण के बावजूद, एक मजबूत राष्ट्रीय पहचान विकसित करना एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया थी।
विदेशी हस्तक्षेप:
- इटली का एकीकरण बड़े पैमाने पर विदेशी शक्तियों के साथ गठजोड़ और उनके हस्तक्षेप के कारण संभव हो सका, खासकर फ्रांस और प्रशिया के समर्थन से।
विकास और सुधार:
- एकीकरण के बाद, इटली ने औद्योगिक और सामाजिक सुधारों की प्रक्रिया तेज की, लेकिन इसे क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने में लंबा समय लगा।
राजनीतिक एकता बनाम सामाजिक एकता:
- एकीकरण के बाद इटली राजनीतिक रूप से एकीकृत हो गया था, लेकिन सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से एकता प्राप्त करना एक धीमी और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया रही।
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